जीवन के बारे में रोचक तथ्य | जीवन के 101 तथ्य | Interesting Facts about Life | 101 Facts about Life |

1.  मरने के बाद जीवन एक सार्वभौम सत्य है |  गीता में बार-बार इस बात का उल्लेख किया गया है कि शरीर छोड़ना वस्त्र बदलने की तरह है। प्राणी को बार-बार जन्म लेना पड़ता है।
2.  अधिकतर लोग भगवान को तभी याद करते है जब वह असफल होते है| और अपनी असफलता के लिए भाग्य को जिम्मेदार ठहराते है|
3.  इस दुनिया में कुछ भी स्थायी नहीं है। हर चीज केवल बदल रही है।
4.  संसार में मनोबल ही सबसे प्रथम है। उसकी सहायता से असम्भव दीखने वाले काम पूरे हो सकते हैं। दुर्बल, साधन रहित और आपत्ति ग्रस्त भी मनोबल के सहारे अप्रत्याशित सफलताएँ प्राप्त कर सकता है।
5.  आपको अपनी पुरानी तस्वीरें पसंद हैं और वे आपके जीवन की सबसे अच्छी स्मृति हैं।
6.  दूसरे आपके बारे में क्या सोचेंगे, यह आपके मस्तिष्क में हमेशा चलता रहता है| और आपको हमेशा नया करने से रोकता है |
7.  यह दुनिया अवसरों से भरी पड़ी है| अवसर हर जगह हैं। बस जो इन्हे पेचान लेता है वो सफल हो जाता है|
8.  इस संसार में प्रतेक व्यक्ति प्रसिद्ध होना चाहता है| मान सम्मान प्राप्त करना चाहता है, परन्तु इसके लिए पूरी लगन से प्रयास नहीं करना चाहता है| यह एक बीमारी की तरह बढ़ती जा रहा है |
9.  भाग्य को मनुष्य स्वयं बनाता है, ईश्वर नहीं।
10.हर इंसान सुखी रहना चाहता है, परन्तु दुनिया में ऐसा कोई भी इंसान नहीं है जो पूरी जिंदगी सुखी रहा है |
11.जब आपके पास पैसा है तब आपके पास दोस्तों की कमी नहीं होती है और नए दोस्त भी आसानी से बन जाते है,  जैसे ही आप इसे खो देते हैं तो आपके मित्र बहुत जल्द अजनबी बन जाते हैं।
12.बहुत ज्यादा मत सोचो। इससे अवसाद होता है।
13.कभी-कभी आप सही और गलत में अंतर नहीं कर पाते है | यह आपको भ्रम में डाल देता है |
14.शरीर भले ही बूढ़ा हो जाये परन्तु मन हमेशा जवान बना रहता है |
15.औसतन जापानी सबसे लंबे और स्वस्थ जीवन जीते हैं।
16.यह तथ्य सबको पता है कि तनाव हर स्थिति में हानिकारक है
17.लम्बे समय तक लगातार एक ही काम और अत्यधिक कार्य करने से जो थकान उसे शारीरिक तनाव कहते है|
18.अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी, पूरी और प्रगाढ़ निद्रा बहुत ही आवश्यक है |
19.हम में से ज्यादातर लोग इस बात को लेकर चिंतित होते हैं, कि वे जीवन में क्या क्या बनेगे और उनका आने वाला जीवन कैसा होगा।
20.जो लोग किसी ऐसी चीज के बारे में शिकायत करते हैं, जिसके बारे में वे कुछ भी नहीं कर सकते हैं वे चिड़चिड़े हैं।
21.यह अजीब है कि आप अकेले रो सकते हैं, लेकिन आपको मुस्कुराने के लिए किसी और की जरूरत पड़ती है।
22.शारीरिक दृष्टि से मनुष्य कितना ही बली हो जाय, बौद्धिक दृष्टि से वह कितना ही तर्कशील क्यों न हो, धर्म के जखीरे भले ही लगे हों, पर आत्म-सम्पदा के अभाव में वह मणि-विहीन सर्प की तरह अर्द्ध विकसित कहा जायगा।
23.प्रत्येक प्रेरणादायक वीडियो आपके दिमाग पर लगभग 10 मिनट के लिए प्रभावित करता है| यह आप पर निर्भर है कि आप उस तात्कालिक ऊर्जा का उपयोग आप किस प्रकार करते है।
24.दोस्त शब्द बहुत आम है, पर तथ्य यह है कि दोस्त मिलना बहुत दुर्लभ है।
25.आपका व्यवहार इस दुनिया की सबसे भिन्न वस्तु है। आमतौर पर इसको जान लेना किसी के बस की बात नहीं होती है |
26.किसी भी इंसान के लिए अलग होना सबसे आसान काम है| परन्तु सरल इंसान होना   एक कठिन चुनौती है।
27.व्यावहारिक जीवन में कोई नीचे नहीं गिरना चाहता है। सभी ऊंचे, बहुत ऊंचे उठने की आकांक्षा लिए हुए हैं। प्रत्येक मनुष्य अपने आपको ऊंचा सिद्ध करना चाहता है। इसके लिये अपनी-अपनी तरह से पुष्टि और प्रमाण भी एकत्रित करते हैं और समय पड़ने पर उन्हें व्यक्त भी करते हैं।
28.दो प्रकार के लोग सबसे अधिक आश्वस्त होते हैं, वह व्यक्ति जिसके पास सब कुछ है और वह व्यक्ति जिसके पास कुछ भी नहीं होता है। ये दो प्रकार के वयक्ति ही जीवन में अधिकांश सबसे सक्सेस्फुल होते है | जिनके पास सबकुछ होता है उन्हें आगे बढ़ने के लिए किसी चीज की कमी नहीं होती और दूसरी तरफ जिनके पास कुछ नहीं है उनको कुछ खोने को डर नहीं होता है |
29.हर कोई सोचता है कि वे अपनी कहानी के नायक हैं, यहां तक कि एक खलनायक भी ऐसा ही सोचता है |
30.किसी वयक्ति को नीचे खींचने की प्रतिभा हर किसी इंसान में होती है। दूसरों में दोष ढूंढना बहुत ही आसान कार्य है। अगर इंसान सफल होना चाहता है तो उससे अपनी प्रतिभा को बढ़ाना चहिये और दूसरो के गुणों को ढूंढ़कर उनका अनुसरण करना चहिये |
31.प्यार का रहस्यमय हिस्सा वह है| हमें वे लोग प्यार करते हैं जिनके हम हकदार नहीं हैं, और हम उनसे प्यार करते हैं जो इसके लायक नहीं हैं।
32.आपकी कोई प्रबल इच्छा या तो आपको विजय के पथ पर ले जा सकती है या किसी बड़े अपराध की ओर ले जा सकती है।
33.यदि आपकी आलोचना की जा रही है, तो कम से कम आप आलोचना के लायक कुछ कर रहे हैं।
34.आपके नकारात्मक विचार आपके जीवन को बर्बाद कर देते हैं। जबकि सकारातमक विचार आपका जीवन ही बदल देते है |
35.सभी आपकी सफलता से खुश नहीं हैं। यह एक कड़वा सच है |
36.प्रत्येक व्यक्ति हमेशा बड़े बड़े लक्ष्य बनता है और जब उसमे सफलता नहीं मिलते तो दुखी होता है | जबकि जो छोटे-छोटे लक्ष्य बनाते है वह ज्यादातर उन्हें पूरा कर लेते है और हमेशा खुश रहते है |
37.दुर्बलता एक अभिशाप है जिस पर हर दिशा से विपत्तियाँ टूटती हैं। प्रकृति नहीं चाहती कि उसकी श्रेष्ठ संरचना में सड़े−गले कूड़े−करकट के ढेर लगे रहें।
38.डरपोक को डराने के लिए जीवित ही नहीं मृतक भी भूत बनकर ढूंढ़ते−खोजते आ पहुँचते हैं। आततायियों को अपनी शिकार पकड़ने के लिए कायरों की तलाश करनी पड़ती है। शंकाशील लोगों को बिल्ली भी रास्ता काटकर डरा देती है।
39.हर इंसान एक लक्जरी जीवन को जीना चाहता है। और यही उसके दुखो का कारन है |
40.आपकी 80-90% समस्याएं गुड कम्मुनिकेशन के माध्यम से हल हो सकती हैं। माँ किसी बच्चे को ढूध तभी पिलाती है जब बच्चा रोता है|
41.आपके प्रिय लोगों की मृत्यु आपको ५-१० दिनों के लिए रुला सकती है, लेकिन अवसाद आपके जीवन पर गहरा प्रभाव दे सकता है।
42.रोना मानव व्यवहार का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह 'असहनीय' नहीं है। रोने के लिए कभी किसी को शर्मिंदा न करें।
43.अपने रहस्यों को कभी किसी से साझा न करें। यदि आप करते हैं तो उनके पास आपको पूरी तरह से नष्ट करने की शक्ति है।
44.ओवर थिंकिंग आपकी मानसिक शांति छीन सकती है और हे आपकी हेल्थ को ख़राब कर सकती है।
45.जो भी आप पूरा करना चाहते हैं, उसे कम से कम 5 साल का समय दें।
46.हर बड़ी सफलता लगातार परिश्रम का एक परिणाम है। विफलताएं आपको बुरी तरह तोड़ सकती हैं, लेकिन वे आपके जीवन में सफलता के लिए मदद करती हैं।
47.यदि आप सफल होते हैं, तो अपने आप को बधाई दें, यदि आप असफल होते हैं, तो इससे सबक लें और अपने आप को बधाई दें।
48.आप हर चीज को जीतने और पाने के लिए बेताब रहते हैं। परन्तु जब वह आपके पास होती है, तो इसे इग्नोर करते है और आप ज्यादा महसूस नहीं करते हैं।
49.एक साधारण व्यक्ति से जीवन के महान सबक सीखे जा सकते हैं।
50.अपनी गलतियों को स्वीकार करना सीखें और दूसरों की गलतियों को समझना सीखें। ”
51.हर बार जब आप किसी के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, तो आप अपने हिस्से को प्रकट करते हैं जिसमें प्यार की कमी होती है और उसे ठीक करने की आवश्यकता होती है।
52.त्योहार तनाव दूर करने वाले होते हैं। वे छुट्टियां लाते हैं और हमें अपने प्रियजनों को बधाई देने और मिलने का मौका देते हैं।
53.बुरे लोग दयालु लोगों की तुलना में बहुत अधिक बार मुस्कुराते हैं, इन लोगो से सावधान रहें!
54.आमतौर पर महान लोगों को पागल समझा जाता है, परन्तु जब वे खुद को साबित करते है तो उन्हें पूजा जाने लगता है। यही इंसानी फितरत है |
55.बड़े बड़े काम समय लेते है। समय सबसे शक्तिशाली घटना है। इसमें कोयले को डायमंड में बदलने की शक्ति है।
56.अपने आप से बात करना इस बात का लक्षण है की आप बुद्धिमान है| और यह लक्षण आपकी सफलता की पहली सीढ़ी है।
57.बहुत कम लोग हैं जो वास्तव में आपके बारे में चिंतित हैं और आपके लिए शुभकामनाएं देते हैं।
58.दूसरों की सफलता की कहानियां आपको प्रेरणा दे सकती हैं, लेकिन सफलता पाने के लिए आपको खुद से चलना होगा और मेहनत करनी होगी।
59.यदि आप अपने शत्रु को भी सच्चा सम्मान करते हैं तो शत्रुतापूर्ण लोग भी आपके मित्र बनना चाहते हैं।
60.कोई भी वास्तव में आपके बारे में नहीं सोचता है। इसलिए दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं, इसकी चिंता करना छोड़ दो।
61.दुनिया में एक परम संतोषजनक बात है: भूख लगने पर भोजन मिल जाये, प्यास लगने पर पानी मिल जाए, नींद आने पर सोने के लिए सुरक्षित जगह मिल जाये।
62.प्रेरणा प्राप्त करने के लिए हम बहुत सारी चीजें पढ़ते हैं, परन्तु हम आमतौर उस प्रेरणा पर चलने की कोशिश ही नहीं करते है|
63.जीवन में दूसरा मौका मिलना दुर्लभ है, इसीलिए पहले मौके का उपयोग बुद्धिमानी से करें।
64.इस दुनिया में एकमात्र सम्पदा "स्वास्थ्य" है। यदि कोई अपना स्वास्थ्य बनाए रखता है, तो उसे अपने जीवन में सब कुछ आसानी से प्राप्त हो जाता है। लोगों को धन की बचत करने के साथ ही अपने स्वास्थ्य को भी बनाए रखना चाहिए
65.आपके पास कम से कम एक शौक होना चाहिए जो आपको कभी भी ऊबने या अकेला महसूस नहीं होने देता है|
66.भाग्यशाली व्यक्ति वह होता है जो अवसर देखता है और उसे पकड़ लेता है।
67.अधिकतर लोग सिर्फ इसलिए चिल्लाते है, ताकि सभी लोग उन्हें सही समझे, परन्तु इसका मतलब यह है कि गलत हैं और अपनी बात सही मनवाना चाहते है ।
68.Technology जो समाज को विकास की ओर ले जाती है और प्रकृति को नुकसान नहीं पहुँचाती, वह पृथ्वी पर सबसे अच्छी क्रांति है।
69.इस संसार यदि सब कुछ सहज सामान्य होता तो जल्द ही यह दुनिया यहाँ के निवासियों के लिये नीरस और उबाऊ बन जाती।
70.जीवन-यापन और जीवन-लक्ष्य दो भिन्न बातें हैं। प्रायः सामान्य लोगों का लक्ष्य जीवन यापन ही रहता है। वस्तुतः यह जीवन-यापन की साधारण प्रक्रिया मात्र है, जीवन-लक्ष्य नहीं।
71.जीवन में कोई सुनिश्चित लक्ष्य, कुछ विशेष ध्येय धारण करके चलने वालों को असाधारण व्यक्तियों की कोटि में रक्खा जाता है।
72.जीवन-यापन को जीवन लक्ष्य मानने वाले भी जब तक अपने जीवन में एक व्यवस्था, एक अनुशासन और एक सुन्दरता नहीं लायेंगे, तब तक जीवन जीने की स्वाभाविक प्रक्रिया में भी सफल न हो सकेंगे।
73.जीवन की सुन्दरता बाहरी वैभव में नहीं, मनुष्य के आन्तरिक संसार में हुआ करती है। यदि वह शिष्ट, सभ्य, सुशील, सन्तुष्ट और शांत है तो वह अधिक सुन्दर जीवन वाला कहा जायेगा।
74."ईमानदारी", "दया", "क्षमा", "सत्यता", "बलिदान", आदि जैसे सभी बड़े शब्द किताबों में बहुत अच्छे लगते हैं, लेकिन जब वास्तव में वे लागू करने और पालन करने की बात होती है तो लोगो के लिए बहुत ही कठिनाई होता हैं।
75.प्रातः सूर्य के उदय होते ही जिन्दगी का एक नया दिन शुरू होता है और सूर्यास्त होने तक दिन समाप्त हो जाता है। इस तरह रोज एक दिन उम्र से घट जाता है। जन्म लेने के बाद से ही आयु-क्षय का यह कार्यक्रम शुरू हो जाता है
76.जिसे धारण करने से भय-रहित शान्ति मिले, वही धर्म है, वही लक्ष्य है। दूसरे के अधिकार हमारे द्वारा सुरक्षित रहें।
77.मनुष्य के जीवन में एकमात्र बल उसका मन है। इस मन को यदि संभाला और साधा न जाएगा, सुधारा और सुसंस्कृत न किया जाएगा तो वह नीचे बहने वाले जल की तरह स्वभावतः पतनोन्मुख होगा।
78.जन्मदिन के प्रति सभी के मन में सहज उल्लास उभरता है । वह अपना हो या अपनों का । इसे काफी संख्या में लोग मनाते भी हैं, किन्तु वह केवल एक उल्लासवर्धक समारोह भर होता है ।
79.मनोदशा पर मनुष्य का स्वास्थ्य निर्भर है। मनोविकारग्रस्त मनुष्य अनेकानेक शारीरिक और मानसिक आधि-व्याधियों से ग्रसित होकर रुग्ण, दुर्बल बनता चला जाता है और अकाल मृत्यु का ग्रास बनता है।
80.व्यायाम के साथ साथ उपयुक्त आहार-बिहार रहन-सहन, दिनचर्या भी आवश्यक है।
81.आज के जमाने में जनसंख्या की वृद्धि विश्व की सबसे भयंकर विभीषिका है। अणुयुद्ध से समस्त मानव समाज के नष्ट होने की तरह ही जनसंख्या वृद्धि के कारण इस धरती पर से मनुष्य का अस्तित्व समाप्त हो जाने का खतरा सामने है।
82.मानव जीवन समुद्र की तरह महान् है। उसमें सन्निहित सम्पदाओं और विभूतियों का कोई वारापार नहीं।
83.इस संसार में पाने योग्य बहुत कुछ है, पर वह सब उनके लिए सुरक्षित है जो बलवान हैं। बल की उपासना करने के बाद ही अन्य देवताओं की आराधना में सफलता मिल सकती है।
84.सफलताओं के रंगीन सपने देखने में जितनी कल्पना शक्ति का प्रयोग किया जाता है उतना ही यदि इस तथ्य पर विचार करें कि अपनी योग्यता किस प्रकार बढ़े और अभीष्ट उपलब्धियाँ प्राप्त कर सकने योग्य क्षमता का अभिवर्धन कैसे हो? तो समझना चाहिए कि आकाँक्षा पूर्ति का अधिकाँश आधार बन गया।
85.व्यक्तित्व को श्रेष्ठ और महान् बनाने का अवसर सज्जनता ही प्रदान करती है।
86.अपनी प्राण−शक्ति को यदि हम मितव्ययता पूर्वक खर्च करें तो जीवन को लम्बा और निरोग बनाने में उसका उपयोग कर सकते हैं
87.जिसने अन्तःकरण की शरण ले ली, उसे कोई भी भय नहीं प्रभावित कर पाता।
88.शालीनता बिना मोल मिलती है, परन्तु उससे सब कुछ खरीदा जा सकता है।
89.गलती करना बुरा नहीं है, बल्कि गलती को न सुधारना बुरा है।
90.कोई हमें गुमराह न कर सके, इतना हममें विवेक हो। कोई हम पर दबाव न डाल सके, इतना हममें आत्मबल हो। इतना हममें आत्मविश्वास हो, हम अन्याय के विरुद्ध लड़ सकें, इतना शौर्य हो, हम अपने आदर्शमय पथ पर अडिग होकर समुन्नत हो सकें। पलायन नहीं संघर्ष, बुज़दिल नहीं साहस, अकर्मण्यता नहीं शौर्य ही मनुष्य की गौरवपूर्ण परिभाषा है।
91.अनीतिपूर्वक बेईमानी अपनाकर यदि कोई धनी बनता है या उन्नतिशील कहलाता है तो वह सारी प्रगति धिक्कारे जाने योग्य है।
92.वह काम करना ठीक नहीं, जिसे करके पीछे पछताना पड़े |
93.एक व्यक्ति उनके विचारों का प्रतिबिंब है। उन्हें सकारात्मक रखें और चमत्कार देखें।
94.एक चीज के बारे में सही होना आपको हर चीज के बारे में सही नहीं बनाता है।
95.रिश्तेदार creativity के लिए दीमक हैं, एकांत वह जगह है जहाँ नए विचार आते हैं|
96.जीवन कभी-कभी अनुचित लग सकता है, लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि आप चीजों को व्यक्तिगत रूप से लेते हैं, बहुत अधिक उम्मीद करते हैं या ऐसा नहीं कर रहे हैं जो आप कर रहे हैं। ब्रह्मांड आपको हर समय संकेत देता है, आपको बस उन्हें सुनने, नोटिस करने और चुनने की आवश्यकता है क्या सही है।
97.इस दुनिया में एक ही निश्चित घटना यही और वह है मृत्यु , जो हर किसी के साथ घटनी ही है आज नहीं तो कल|
98.हम क्यों पैदा हुये हैं, इसका उत्तर शायद हम न दे सकें किन्तु जब पैदा हो गये हैं तो हमें जीवन में क्या करना चाहिये, इस प्रश्न पर अब आसानी से सोचा जा सकता है।
99.मृत्यु-शैय्या पर पड़ा हुआ जो भाग्यवान वह आत्म-सन्तोष अनुभव कर सकता है कि उसने धरती पर आकर अपनी सामर्थ्य भर समाज के सुधार और विकास के लिये प्रयत्न कर लिया है, वह धन्य है।
100.          यदि किसी भी मृत्यु पर लोग सन्तोष की साँस लेने के बजाय एक ठंडी आह भर कर कहें कि एक अच्छा आदमी चला गया तो समझना चाहिये कि वह अपना कर्त्तव्य पूरा करके गया है।
       101.          अंतिम समय जिस-जिस भाव का स्मरण करते हुए मनुष्य शरीर को छोड़ता है, 
              सर्वदा उसी   भाव के आश्रित होकर उसी भाव को प्राप्त करता है।