अपने व्यक्तित्व को बदलिये | Change Your Personality | Motivational Video

 


क्या आप एक शानदार व्यक्तित्व के स्वामी बनना चाहते हैं? या देवदास की भाँति मुंह लटकाए हताशा निराशापूर्ण जीवन चाहते हैं। नहीं कोई भी ऐसा नहीं चाहता। विशाल वट वृक्ष एक नन्हें से बीज में छुपी रहती है, बहुमंजिली इमारतें उसकी नींव पर टिकी रहती है, ठीक वैसे ही मानव से महामानव बनने का आधार उसका ‘व्यक्तित्व’ ही होता है। चीते की तरह शरीर में फुर्ती, सज्जनों भाँति वेशभूषा व शालीन संभाषण, प्रसन्नचित्त चेहरा, मिलनसारिता, सन्तुलित मस्तिष्क, सादगीयुक्त जीवन, श्रेष्ठ संस्कारवान व्यक्तित्व से भला कौन प्रभावित नहीं होगा। संसार के सभी मनुष्य सम्मान एवं प्रशंसा प्राप्त करना चाहते हैं, सवाल यह है कि उसे यह सम्मान मिलेगा कैसे? सिर्फ एक ही कसौटी है उसका ‘व्यक्तित्व’ कितना खरा है। प्रभावित करने वाला व्यक्तित्व इतनी आसानी से प्राप्त भी नहीं होता। प्रभावी व्यक्तित्व पाने के लिए अपने आप को बदलना होता है | अगर जिंदगी में कुछ पाना हो तो अपने व्यक्तित्व को बदलो। अपने आपको बदलना तुम्हारे हाथ में ही है। परिस्थितियों को बदलना आपके हाथ में नहीं हैं | लोगों को अपनी मरजी से बदलना आपके हाथ की बात नहीं। जो आपके हाथ की बात नहीं है, उसके लिये आप प्रयत्न करते रहोगे, तो बेकार हैरान होते रहेंगे। तुम्हारे घर वालों को तुम्हारी आज्ञा का पालन करना चाहिए, यह मत सोचिए। तुम यह देखो कि तुम उन घर वालों के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन कर सकते हैं कि नहीं, बस इतना ही काफी है और आगे बढ़िए मत। मत यह मत सोचिए कि परिस्थितियाँ आपके अनुकूल बन जायेंगी। परिस्थितियाँ कहाँ किसी के अनुकूल बन पायी है| आदमी को ही इसके अनुरूप अपने आप को ढालना होता है | भगवान् की परिस्थितियाँ अनुकूल नहीं हुईं तो क्या आप ये सपना देखते हैं कि तुम्हारी मनोकामना पूरी हो जायेगी और तुम्हारी इच्छानुकूल परिस्थितियाँ बदल जायेंगी| अगर आप ऐसा सोचते हैं, तो गलता है | यह दुनिया आपके लिये बनी हुई नहीं है। आपकी इच्छा पूर्ति के लिये पात्रता की जरूरत होती है| ऐसा तुम क्यों सोचते हैं कि सब आपकी इच्छानुकूल हो जायेगा। आप स्वयं को बदल दीजिए। क्या बदल दें? बूढ़े से जवान हो जायें? नहीं, ये आपके हाथ की बात नहीं। ये शरीर प्रकृति का बनाया हुआ है और प्रकृति उसकी मालिक है। वो जब चाहती है, पैदा करती है और जब चाहती है, समेट लेती है। असीम बातों के बारे में मत सोचो | असंभव बातों की कल्पनाएँ मत करो | मान्यताएँ बनाकर मत बैठो | इससे तुम्हे सिवाय हैरानी के कुछ नहीं मिलने वाला है | आप हैरानी में न पड़ें, जो उचित है, उसी को विचार करें, जो सम्भव है, उसी में हाथ डालें। अपने मन को बदलना तुम्हारे हाथों में है | अपने ढर्रे को बदलना तुम्हारे हाथों में है | अपने रवैयों को बदलना तुम्हारे हाथों में है | अपने सोचने के तरीके को बदलना तुम्हारे हाथों में है | अपने स्वभाव को बदलना तुम्हारे हाथों में है | इन सबको बदल देना तुम्हारे लिये बिल्कुल सम्भव है। अभी तक तो आपकी जिन्दगी में दो काम शामिल रहे हैं एक जिन्दगी के लिये काम करना, उसका नाम है- पेट भरना। दूसरा काम आपके जिम्मे रहा है- प्रजनन। शादी कर लेना, ढेरों बच्चे पैदा करना, ढेरों के ढेरों बच्चों के बच्चे के वजन को कंधे पे उठाना। उनकी जरूरतो को पूरा करने के लिये उचित और अनुचित काम करते रहना। अरे, आप क्या बड़े आदमी हैं? मन आपका बड़ा नहीं है| व्यक्तित्व आपका बड़ा नहीं है| संस्कार आपके बड़े नहीं हैं| तो बड़प्पन का स्थायित्व कैसे रह पायेगा? सारी जिन्दगी आपकी इन कामों में खतम हो गई है। यदि तुम जीवन में प्रगति करना चाहते हैं तो ईमानदारी से अपने व्यक्तित्व का विश्लेषण करो। और अपनी कमियों को ढूँढ़कर दूर करने का प्रयास करना करो। अब आप कृपा कीजिए। अपनी जिन्दगी में कुछ नये काम शामिल करिये। तुम्हे अपने स्वभाव को बदलना होगा| तुम्हे अपने चिंतन को बदलना होगा| तुम्हे अपने आचरण को बदलना होगा| तुम्हे अपने कुटुम्ब के प्रति जो रवैया है, उसे बदलना होगा| तुम्हे अपने आचरण को बदलना होगा| जो आपके सोचने का तरीका है, उसको बदलना होगा| कहा गया है- ‘‘जो व्यक्ति जैसा सोचता है और करता है वह वैसा ही बन जाता है।’’ ‘‘धन गया तो कुछ गया, स्वास्थ्य गया तो बहुत कुछ गया, चरित्र गया तो सब कुछ चला गया।’’ निश्चित रूप व्यक्ति का चिन्तन ही है जो व्यक्तित्व को ऊपर उठाता है या नीचे गिराता है। अगर व्यक्तित्व को शानदार बनाना है तो इन आदतों को छोड़ देना चाहिए जैसे देर रात सोना, सुबह देर में जगना, देर में भोजन करना, बड़ो का सम्मान नहीं करना, बात- बात में गाली देना, ये छोटी- छोटी आदतें ही आपके व्यक्तित्व को निखारने में बाधक होते है अतः यदि आप अपना व्यक्तित्व अच्छा बनाना चाहते हैं तो इन छोटी आदतों से अपने को अच्छा बनाने का प्रयास कीजिए| आपको इन सभी को बदल ही देना चाहिए। ऐसा निर्धारण अगर करके आप, ऐसा कार्यक्रम बनाओ, और उसकी तैयारी में जुट जायें| तो मैं ये कहूँगा कि आपका भविष्य इतना शानदार होगा कि आप देखकर के स्वयं दंग रह जायेंगे| और जो भी आपके सम्पर्क में आयेंगे, वे सब ये कहते रहेंगे कि इस आदमी का कायाकल्प हो गया। आप ऐसा कर पायें तो आपका जीवन सार्थक हो जायेगा | Subscribe to Knowledge lifetime: https://bit.ly/372jJ9F Knowledge lifetime Youtube: https://www.Youtube.com/Knowledgelifetime https://www.knowledgelifetime.com

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