दुनिया में डरता कौन है? ~ Who is Afraid in the World? ~ Motivation

 

साथियों दुनिया में डरता कौन है?  

क्या तुमने इस पर गहराई से सोचा है? क्या तुमने शांत होकर इसपर विचार किया है? नहीं, अभी तक नहीं किया मेरे भाई | इस दुनिया में वही इंसान डरता है, जिसे ईश्वर का डर नहीं होता है । जो इंसान ईश्वर से डरता है, उसके आदेशों का उल्लंघन नहीं करता, जो ईश्वर की आज्ञाओं का पालन करता है | उसे इस संसार में किसी से भी डरना नहीं पड़ता। 

मेरे भाई संसार की हर वस्तु से डरने और सशंकित रहने का एक ही कारण है। ईश्वर से न डरना, उसकी अवज्ञा करना, जो ऐसा नहीं करते, उसे अपना मित्र, सहायक और मार्गदर्शक मानते हैं, उन्हें सबसे पहला उपहार निर्भयता का प्राप्त होता है। उन्हें फिर किसी से भी डरना नहीं पड़ता, आपत्तियाँ उसे खिलवाड़ करती दिखाई देती हैं।


वास्तव में इस पुण्य उपवन संसार में डरने का कहीं कोई कारण मौजूद नहीं है। जिस प्रकार कागज का डरावना चेहरा पहनकर छोटे बच्चों को डराने का विनोद किया जाता है, वैसा ही विनोद कठिनाइयाँ दिखाकर ईश्वर भी हमारे साथ किया करता है।

मेरे भाई एक बार एक पिता अपने बच्चे को तलवार घुमाकर डराना चाहता था, तो क्या बच्चा कभी डरता है? ईश्वर के हाथ में इस संसार की सारी बागडोर है। दिखने वाली कठिनाइयाँ भले ही तलवार जैसी चमकें, उनके मूँठ तो अपने परम स्नेही ईश्वर के हाथ में हैं, फिर डरने की क्या बात रही। 

जो ईश्वर में विश्वास रखता है वे इसी ढंग से सोचता है। हर डराने वाली घटना उसे खिलवाड़ जैसी लगती है और विषम घड़ियों में भी न तो उसे घबराहट होती है और न परेशानी।

इसलिए मेरे भाई विज्ञान भी पड़ो परन्तु जिस ईश्वर ने तुम्हें बनाया है उस पर विश्वास करना भी सीखो | सब कुछ साइंस ही नहीं होती है | उससे भी बढ़कर कोई है जिसने तुम्हें बनाया है |

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