नैपोलियन बोनापार्ट से सीखे अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करे? Learn from Napoleon Bonaparte How to Achieve Your Goal? ~ Motivation Hindi

 

दोस्तों बहुत से वयक्ति होते है जो अपनी नाकामी का दोष दूसरों को देते है या फिर परिस्थितिओं का रोना रट रहते है | परन्तु देखा जाये तो वह अपने लक्ष्य में एकाग्रता और लगन से काम ही नहीं करते है | अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करे हमें यह नैपोलियन बोनापार्ट से सीखना चाहिए | 

नैपोलियन बोनापार्ट जब अपने विद्यार्थी जीवन में विद्या प्राप्त कर रहे थे | उन्हें एक बार रहने के लिये एक नाई का मकान किराये पर ले लिया। उस नाई की एक सुन्दर लड़की भी थी। उस लड़की को नैपोलियन बोनापार्ट पसंद आ गया और वह किसी भी प्रकार नैपोलियन को अपने जाल में फाँसना चाहती थी | जब भी वह नैपोलियन बोनापार्ट को देखती तो उसके सामने कामुक चेष्टायें करने लगती। वह लड़की यही सोचती की इससे वह नैपोलियन को अपनी और आकर्षित कर लेगी |

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नैपोलियन यह सब देखता तो पर उन बातों की उपेक्षा करके चुपचाप अपनी पढ़ाई में लगा रहता। नैपोलियन ने अपने मन को थोड़ा सा भी भटकने नहीं दिया | दोस्तों सोचो अगर तुम उसकी जगह होते तो क्या करते | शायद अपनी किताबों को छोड़कर उसके साथ में मोमो और चटनी खाते रहते | पार्क में बैठकर कर अपना समय नष्ट कर रहे होते |

पर नैपोलियन ने अपने मन को लक्ष्य से भटकने ही नहीं दिया और बात जहाँ की तहाँ समाप्त कर दी । कुछ समय के बाद नैपोलियन ने अपनी पढ़ाई पूरी की और सेना में उसका सलेक्शन हो गया। विद्यार्थी जीवन में संयमित जीवन बिताने के कारण उसकी शारीरिक शक्ति और बुद्धि कौशल का विकास इतना अधिक हो गया था जिसके परिणाम स्वरूप वह 25 वर्ष की अल्पायु में ही सेनापति बना दिया गया।

कुछ समय बीत जाने के बाद नैपोलियन को किसी काम से अपने उसी विद्यालय में जाना पड़ा जहाँ उसने शिक्षा पाई थी। वह जाकर वह उस युवती से भी मिला |

नैपोलियन ने उस युवती से पूछा इस मकान में कभी एक विद्यार्थी रहता था, तुम उसे छेड़ती रहती थीं, याद है तुम्हें उसकी। उस युवती ने रूखेपन से कहा- ‘था एक नीरस किताबी कीड़ा’ जो सिर्फ किताबों में ही चिपका रहता था | मेरी बहुत कोशिश के बाद उस कर कोई असर न पड़ा |

तब नैपोलियन ने कहा-सचमुच बहन! पर यदि वह वासना के आकर्षण में फंस जाता तो आज सेनापति के रूप में तुम्हारे सामने उपस्थित न होता?

दोस्तों आज सभी विद्यार्थिओं को अपने में सुधर करने की जरूरत है जिससे वह अपने लक्ष्य में सफल हो सकें और सफल इंसान बन सकें |

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