तुम चरण स्पर्श अभिवंदन करना सीखिए ~ Motivation Hindi

 

क्या तुम अपने माता पिता के चरण स्पर्श करके उनका अभिवंदन करते हो  | यदि करते हो तो बहुत ही अच्छी बात है, जो व्यक्ति ऐसा नहीं करते उन्हें ऐसा करने की आदत अपने जीवन में डालनी ही चाहिए |

घर का प्रत्येक व्यक्ति अपने बड़ों का विशेषतया माता−पिता एवं वयोवृद्ध का नित्य चरणस्पर्श के साथ अभिवादन किया करे। यह ऋषियों की परम्परा हमारे हर घर में आरम्भ की जानी चाहिए। इसका प्रभाव हमारे परिवार के स्नेह सम्बन्धों पर बहुत पड़ता है | इससे बहुत सी समस्याओं का समाधान नित्य ही होता रहता है।


यदि कोई कटुता उत्पन्न होती है तो इस प्रक्रिया के द्वारा उसका बहुत कुछ समाधान नित्य ही होता रहता है। छोटे बच्चे अपने बड़े भाई को प्रणाम किया करें। बड़े अपने बड़ों को प्रणाम करें और चरण प्रतीक का अभिवन्दन किया करें। स्वर्गीय पूर्वजों के चित्र अथवा चरण प्रतीक हर घर में रहने चाहिए और उनके अभिवन्दन की धर्म प्रक्रिया परिवार के प्रत्येक सदस्य को नित्य कर्म की तरह पूर्ण करनी चाहिए।

बहुएँ अपने पति के, सास-ससुर के, बड़ी ननद के, जेठ-जिठानी के तथा घर में जो और वयोवृद्ध हों उनका चरण स्पर्श पूर्वक अभिवन्दन किया करें। सज्जनता, नम्रता और धार्मिकता की यह पुनीत परिपाटी जिन घरों में चलती है, वहाँ पारिवारिक कलह का एक बहुत बड़ा भाग अपने आप ही समाप्त हो जाता है ।

मेरे भाइयों आरम्भ में संकोचवश, इस नई प्रथा को अपनाने में घर के सदस्य आना-कानी कर सकते हैं पर यदि साहसपूर्वक एक दो व्यक्ति भी इसे अपना लें तो कुछ दिन में और सब लोग भी इस श्रेष्ठ परम्परा को अवश्य अपना लेंगे।

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