माता-पिता बच्चों को सफाई और स्वच्छ रहने की शिक्षा भी दे ~ Motivation Hindi

 

क्या धन दौलत देने से तुम्हारी जिम्मेदारी ख़त्म हो जाती है | दोस्तों सफाई और स्वच्छ रहने का जीवन में बहुत महत्व होता है | माता-पिता का कर्तव्य है कि वह अपने बच्चों को इसकी शिक्षा जरूर दे |

सफाई वह गुण है जो बच्चों आरम्भ से ही उत्पन्न करना चाहिए। सफाई से प्रेम होने का अर्थ है मैल से घृणा करना। मेरे भाई, धोबी के धुले कपड़े चटपट पहन लेना और पुराने कपड़े में उतारकर फेंक देना सफाई नहीं है, यह तो सौन्दर्य के प्रति आकर्षण मात्र है। तुम्हें अपने बच्चों को यह सिखाना होगा कि शरीर के किसी अंग पर मैल जमा न होने दे, रगड़−रगड़ कर भली प्रकार स्नान करें | तुम्हें यह सिखाना होगा कि दाँत और जीभ ठीक तरह साफ करें | तुम्हें यह सिखाना होगा कि हमेशा धुले कपड़े पहने | तुम्हें यह सिखाना होगा कि अपने उपयोग की सभी चीजें ठीक रखने की आदत डालें |


बच्चों को यह सीखना होगा कि अपनी कोई वस्तु अव्यवस्थित पड़ी न रहने दे। कपड़े, जूते, बर्तन, पुस्तकें, कलम आदि वस्तुओं को बच्चे जहाँ−तहाँ पटक कर दूसरे काम में न लग जाएँ ।

बच्चों को  यह सिखाना होगा कि एक काम पूरा करके तब दूसरे काम को आरंभ करें |

तुम्हें अपने बच्चों को यह सिखाना होगा कि गन्दगी से घृणा करें । गन्दगी के उत्पन्न होते ही साफ करें । बच्चों को  यह सिखाना होगा कि हर वस्तु स्वच्छ और सलीके से रखना सीखें। क्योंकि गन्दगी से घृणा न करने का स्वभाव एक बहुत बड़ा दुर्गुण है।

तुम्हें यह भी समझाना होगा कि नए कपड़े पहना सफाई नहीं होती बल्कि जो भी कपड़े उनके पास है, उन्हें ही धोकर प्रेस करके पहना ही सादगी और स्वछता है |

बच्चों को यह सिखाना होगा कि चीजों को सुव्यवस्थित एवं सुसज्जित रूप से रखें | यह आदत आरम्भ में छोटी ही क्यों न लगती हो आगे चलकर व्यक्ति को एक सुयोग्य व्यवस्थापक एवं सुरुचि सम्पन्न व्यक्ति बना देती है। इसलिए तुम्हें बच्चों को बारबार टोकते रह कर, उन्हें बारबार समझते रह कर सँभालने और साफ रखने की आदत का अभ्यासी बनाना होगा।

एक काम को पूरा करके दूसरे को हाथ लगाना सिखाना होगा। यह आदत धैर्य और व्यवस्था का पूर्ण रूप है। कपड़े, पुस्तकें, बर्तन, जूते आदि यथास्थान रखे बिना वे आगे का काम न करें यह आदत डाली जा सके तो एक काम अधूरा छोड़कर दूसरे में लगने की, दूसरा छोड़कर तीसरे में संलग्न हो जाने की बाल बुद्धि से उन्हें बचाया जा सकता है। जिससे बच्चा आगे चलकर इस आदत के कारण ही जीवन के हर क्षेत्र में सफलता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। पूरा मन लगाकर जो भी काम किया जायेगा उसमें जादू जैसी विशेषता होती है |

तुम्हें यह करना होगा और तुम यह कर सकते हों |

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