माता-पिता बच्चों को समय का सदुपयोग करने की शिक्षा भी दे ~ Motivation Hindi

 

क्या धन दौलत देने से तुम्हारी जिम्मेदारी ख़त्म हो जाती है | दोस्तों समय का जीवन में बहुत महत्व होता है | समय धन से भी ज्यादा कीमती है | समय कभी किसी की प्रतिक्षा नहीं करता है। सभी लोगों को 24 घण्टे का समय भगवान् ने दिया है | इसलिए बच्चों को समय का सदुपयोग करने की शिक्षा भी जरूर दे |

तुम्हें सबसे पहले यह समझना होगा कि समय का पालन, नियत दिनचर्या के आधार पर, नियत समय पर अपने सब काम करने की आदतें मानव जीवन के सदुपयोग का महत्वपूर्ण गुण हैं।


अधिकाँश बच्चे समय का मूल्य नहीं समझते। क्योंकि उनके माता-पिता ने उन्हें बचपन में इसकी अच्छी तरह सीखाया ही नहीं | ईश्वर ने सम्पत्ति के रूप में मानव प्राणी को यही सबसे बड़ी− सबसे मूल्यवान वस्तु दी है। वह जो कुछ भी विभूति चाहे अपने समय का पूरा उपयोग करके उसे प्राप्त कर सकता है।

मेरे भाई, समय के सदुपयोग का नाम ही पुरुषार्थ है। क्या आप जानते है कि नियमित रूप से व्यवस्थित गति से चलती रहने वाली चींटी भी योजन लम्बी मंजिल पार कर लेती है पर निठल्ला बैठने वाला गरुड़ भी जहाँ का तहाँ पड़ा रहता है।

मित्रों फुरसत न मिलने की शिकायत तो हर आदमी करता है और अपने को कार्य व्यस्त भी मानता है पर सच बात यह है कि कोई बिरला ही अपने आधे समय का भी ठीक उपयोग कर पाता है। धीरे−धीरे अधूरे अव्यवस्थित प्रकार से, आवश्यकता से अधिक समय मामूली बातों में लगा कर अनुपयोगी कामों में लगे रहकर आमतौर से लोग अपनी आधी जिन्दगी नष्ट कर लेते हैं।

मेरे भाई एक काम जो तुम्हें अपने बच्चो को सिखाना होगा, वो है उन्हें अपनी दिनचर्या लिखकर बनानी होगी | लिखित दिनचर्या बनाये बिना यह पता ही नहीं लगता कि आवश्यक और अनावश्यक कार्य कौन−कौन से हैं और कब कौन सा कार्य, कितने समय में करना है।

इसलिए तुम अपने बच्चों को समय का महत्व समझाये। तुम्हें यह समझाना होगा व्यस्तता का ही महत्व है | समय की बर्बादी की हानि से उन्हें परिचित कराना होगा। जल्दी सोना और जल्दी उठना किसी भी प्रगतिशील जीवन में रुचि रखने वालो के लिए नितान्त आवश्यक है। जिसके सामने कोई अनिवार्य कारण न हों उन्हें सूर्य अस्त होने के तीन घण्टे के बाद तक अवश्य सो जाना चाहिए और प्रातःकाल सूर्य उदय होने से दो घण्टे पहले उठ बैठना चाहिए।

यह सोने और उठने की आदत जिस बच्चे ने ठीक कर ली वे निश्चित रूप में पढ़ाई में अच्छे नम्बरों से उत्तीर्ण होते रहेंगे। इस आदत के कारण प्रतिदिन कई महत्वपूर्ण घण्टे अधिक कार्य करने के लिए मिल जाते हैं और उसको जिस भी कार्य में लगाया जाय उसी में बच्चा आशाजनक उन्नति कर सकता है।

जिसने अपने समय का मूल्य समझ लिया और उसके सदुपयोग की ठान ली समझना चाहिए कि उसने अपने जीवन को सफल बनाने की आधी मंजिल पार कर ली।

इसलिए सभी माता-पिता से मेरा अनुरोध है कि बच्चों को समय का सदुपयोग करने की शिक्षा भी जरूर दे | यह आपका परम कर्तव्य है | यही परिवार का कर्तव्य है |

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