सफलता साहसी मनुष्य के चरण चूमती है ~ Success Kisses The Feet Of Courageous Man ~ Motivation Hindi

 दोस्तों क्या आप जानते हो कि सफलता हमेशा साहसी के चरण चूमती है? तुम्हारी पर्सनालिटी की सबसे बड़ी पूँजी साहस है। साहस के बल पर ही कुछ कर गुजरने की परिस्थितियाँ बनती हैं। मेरे भाई इस दुनिया में भले और बुरे दोनों ही प्रकार के कठिन कार्य केवल साहसी ही कर पाते हैं। 


क्या आपको पता है कि चोरी, डकैती जैसे क्रूर कर्म भी साहस के बल पर ही हो पाते हैं। उद्दण्ड, आततायी और अपराधी आतंक उत्पन्न करने वाले लोग अपने दुर्गुणों का समय के अनुसार सजा पाते और दुख भोगते हैं। पर यह सत्य है कि जो क्षणिक सफलता उन्हें मिलती है वह साहस की ही प्रतिक्रिया होती है। साहस वह हुण्डी है जिसे किसी भी बाजार में भुनाया जा सकता है और उसके बदले किसी भी दुकान से कुछ भी खरीदा जा सकता है। तुम्हें भलाई खरीदनी है या बुराई यह निर्णय तुम्हें खुद करना होता है। खरीदना जो कुछ भी हो उसके लिए साहस का सिक्का तो चाहिए ही।

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जब तुम डरे हुए होते हो तब तुम अपनी क्षमता का एक बड़ा भाग खो चुके होते हो | क्या तुम जानते हो कि शत्रु से लड़ने और विपत्ति का सामना करने में जितनी शक्ति खर्च होती है उससे कहीं अधिक शक्ति तब खर्च हो जाती है जब तुम डरे हुए होते हो | जब तुम्हारे मन की स्थिति भयभीत होती है |क्या अपने कभी देखा है| एक भूत से डरे हुए व्यक्ति कैसे कांपता है | एक सांप या किसी चोर को देखकर व्यक्ति कैसे कांपता और हाँफता है |

यह प्राण संकट का भय, मनुष्य को रोमांचित कर देता है, दम फुला देता है और कँपकँपी बुला देता है। इस स्थिति में मनुष्य की घिग्घी बँध जाती है। हक्का-बक्का बनकर वह कर्तव्य से भटक जाता है।वह समझ ही नहीं पाता है कि क्या करे, क्या न करे ? हतप्रभ अर्धविक्षिप्त व्यक्ति बेमौत मारा जाता है। अजगरों से डरे पक्षी और व्याघ्रों से डरे बन्दर अपने बचाव के उपाय छोड़ बैठते हैं और सहज ही मृत्यु के मुख में घुसते चले जाते हैं।

इससे कुछ ही हलका डर असफलता का होता है। वह मृत्यु के बराबर भयंकर न होते हुए भी कमजोर मन वाले लोगों को लगभग वैसा ही दिखाई देता है। तुम्हारे भविष्य में बाहर सारी कठिनाइयाँ आयेंगी, तुम्हें भी जरूर असफलताएं मिलेंगी, तुम्हारी रह में अवरोध भी उत्पन्न होंगे, तुम्हारे जीवन में उपद्रव भी खड़े होंगे, तुम्हारे विरोधी आक्रमण भी करेंगे, लोग बुरे समय में विपत्ति बनकर आतंक मचाएंगे | ऐसे अनेक समस्याओं का तुम्हे अपने जीवन में सामना करना पड़ेगा |  इसलिए तुम अपने अंदर इतना साहस पैदा करो लो कि कोई भी तुम्हें अपने रास्ते से डिगा न सके |

अनेको आशंकाएं बुरे विचार चित्र विचित्र रूप बनाकर तुम्हारे सामने आती रहेंगी | ऐसे समय में मनुष्य के लिए दिन काटना ही कठिन पड़ता है। कोई बड़ा काम करने का साहस कर सकना उसके लिए सम्भव नहीं होता। आत्म विश्वास की कमी यह अनुभव ही नहीं करने देती कि वह कुछ कर सकता है और उसे किसी क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। बहुत हिम्मत करके किसी दिशा में कुछ कदम बढ़ाना भी है तो मनोबल देर तक साथ नहीं देता। कुछ ही समय में वह टूट जाता है और जल्दी सफलता न मिलने की उतावली से निराश होकर उन प्रयासों को छोड़ बैठता है जो थोड़े दिनों और जारी रहते तो सफलता के निकट पहुँच सकते थे।

मेरे भाई प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने के लिए जिन साधनों की अनिवार्य रूप से आवश्यकता है, उनमें सबसे पहला आत्म विश्वास से पैदा हुआ साहस है । अगर तुम  इसे जुटा सके तो फिर तुम्हारी मंजिल पर पहुंचने की रह बहुत सरल हो जाएगी | क्योंकि साहसी व्यक्ति ही किसी मार्ग को चुनने से पहले उसके सभी पहलू भली प्रकार देखता, भली प्रकार सोचता है, पर जब निर्णय कर लेता है कि यह करना ही है तो फिर तत्परतापूर्वक अभीष्ट प्रयोजन के लिए जुट जाता है। पराक्रम से भरा पुरुषार्थ पहाड़ों पर रास्ता बनाता है | जिसका उदहारण दशरथ मांझी है जिन्हें "माउंटेन मैन" के रूप में भी जाना जाता है, केवल एक हथौड़ा और छेनी लेकर इन्होंने अकेले ही 360 फुट लंबी 30 फुट चौड़ी और 25 फुट ऊँचे पहाड़ को काट के एक सड़क बना डाली |

पराक्रम से भरा पुरुषार्थी के लिए नदियाँ भी अपना रास्ता बदल लेती हैं | साहसी लोगो के लिए प्रकृति भी साधन जुटाती हैं | साहसी लोगो को अनेकों का सहयोग भी प्राप्त होता है। साहस का चुम्बक साधन रुपी लौह के कणो को सहज ही खींचता, समेटता चलता है। सफलता ऐसे ही बुद्धिमान लोगो के चरण को चूमती हैं। सफलता ऐसे ही साहसी लोगो के मिलती हैं।   

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