Osho Ke Vichar
रजनीश जिन्हें आचार्य रजनीश या फिर ओशो के नाम से भी जाना जाता है,
भारत के एक महान गुरू और दार्शनिक थे। उनके हर एक चीज़ के प्रति विचार बाकी सब धर्म
गुरुओं से अलग थे। दोस्तों आज हम आपके साथ आचार्य रजनीश के विचार शेयर करने जा रहे
है जो दुनियाभर में ओशो के नाम से प्रसिद्ध है।
- अगर किसी का मन जीतना
हो, तो पहला नियम है कि लड़ना मत।
- केवल वो लोग जो कुछ भी
नहीं बनने के लिए तैयार हैं प्रेम कर सकते हैं।
- मूर्ख
दूसरों पर हँसते हैं। बुद्धिमान खुद पर हँसते है।
- अगर आप सच देखना चाहते
हैं तो चाहें सहमत हों, या असहमत पर अपनी स्पष्ट राय रखिये।
- जब प्यार और नफरत दोनों
ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है।
- बिना प्यार के इंसान बस
एक शरीर हैं।
- प्यार एक पक्षी है जिसे
आज़ाद रहना पसंद है. जिसे बढ़ने के लिए पूरे आकाश की जरूरत होती है.
- आधे-अधूरे ज्ञान के साथ
कभी आगे ना बढे. ऐसा करने पर आपको लगेंगा की आप अज्ञानी हो, और अंत तक अज्ञानी
ही बने रहोंगे.
- स्वयं की खोज करें, अन्यथा
आपको अन्य लोगों की राय पर निर्भर रहना होगा जो खुद को भी नहीं जानते हैं।
- आप वो बन जाते हैं जो आप सोचते
हैं कि आप हैं.
- यहाँ कोई भी आपका सपना
पूरा करने के लिए नहीं है। हर कोई अपनी तकदीर और अपनी हक़ीकत बनाने में लगा है।
- कभी ये मत पूछो, मेरा
सच्चा मित्र कौन है? पूछो, क्या मैं किसी का सच्चा मित्र हूँ? यही उत्तम प्रश्न
है.
- जहाँ भय समाप्त हो जाता
है वहाँ से जीवन शुरू होता है।
- कभी
भी अपना रास्ता डर के कारण नहीं बदलना चाहिए।
- जितना
ज़्यादा डर की मात्रा होती है उतनी ही कम एक व्यक्ति के पास आज़ादी होती है।
- कभी
भी अपने डर के कारण कोई भी फैसला नहीं लेना चाहिए। क्योंकि डर आपको कमज़ोर बना
देता है।
- ओशो
के अनुसार किसी भी चीज़ का समाधान उससे भागने पर नहीं होता बल्कि उसे समझने पर
होता है।
- वृक्षों को देखो, पक्षियों को देखो, बादलों में देखो, सितारों
को देखो …और अगर आपके पास आँखें है तो आप यह देखने में सक्षम होगे कि पूरा अस्तित्व
आनंदमय है। सब कुछ बस खुश है।
- स्वतंत्रता हमारा सबसे
अनमोल खजाना है,किसी के लिए और कुछ भी पाने के लिए इसे मत खोना।
- जीवन ठहराव और गति के
बीच संतुलन का नाम है।
- ध्यान चीज़ों को याद रखने
की नहीं बल्कि उनको भुलाने की प्रक्रिया है।
- उस तरह मत चलिए जिस तरह डर आपको चलाये। उस तरह चलिए जिस तरह
प्रेम आपको चलाये। उस तरह चलिए जिस तरह ख़ुशी आपको चलाये।
- चुनें नहीं। जीवन को स्वीकार
करें क्योंकि यह अपनी समग्रता में है।
- किसी के साथ किसी प्रतियोगिता
की कोई आवश्यकता नहीं है। आप स्वयं हैं, और जैसे आप हैं, आप पूरी तरह से अच्छे
हैं। खुद को स्वीकार करें।
- हंसना एक बहुत ही
Healthy Exercise है।
- उत्सव मेरा धर्म है,
प्रेम मेरा संदेश है, और मौन मेरा सत्य है।
- आत्मा की सबसे बड़ी बीमारी
गंभीरता है,और चंचलता सबसे बड़ी सेहत है.
- आपका दिल ही आपका सबसे
बड़ा शिक्षक है। आपको उसी की सुननी चाहिये। लेकिन जीवन की यात्रा में आपका अंतर्ज्ञान
ही आपका शिक्षक
(Teacher) होता है।
- जिस दिन आप ने यह सोच लिया कि
आपने सम्पूर्ण ज्ञान को प्राप्त कर लिया है, तो उसी पल आपकी
मृत्यु हो जाती है,
- जैसे-जैसे आप अधिक जागरुक होते जाते हैं इच्छाएं गायब
होती जाती हैं. जब जागरूकता 100% हो जाती है, तब कोई इच्छा नहीं रह जाती.
- जैसे नदी समुद्र में जाती है, वैसे ही ध्यानी अस्तित्व की विशालता में प्रवेश करता है और उसके साथ एक हो जाता है
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