मेडम क्यूरी ने किसकी खोज की थी ? Madame Curie Ne Kiski Khoj Ki Thi

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Madame Curie Ne Kiski Khoj Ki Thi

मैडम क्यूरी का पूरा नाम मैरी स्क्लाडोवका क्यूरी था | प्यार से सभी उन्हें मैरी क्यूरी के नाम से पुकारते थे | मेरी क्युरी का जन्म ७ नवम्बर १८६७ में पोलैंड के वारसा नगर में हुआ था।

मेरी क्युरी एक विख्यात भौतिकविद और रसायनशास्त्री थी। मैडम क्यूरी ने रेडियम की खोज की थी | 1911 में उन्हें रसायन विज्ञान के क्षेत्र में रेडियम के शुद्धीकरण यानी आइसोलेशन ऑफ प्योर रेडियम के लिए रसायनशास्त्र का नोबेल पुरस्कार भी मिला।  विज्ञान की दो शाखाओं (भौतिकी एवं रसायन विज्ञान) में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाली वह पहली वैज्ञानिक हैं।

मैडम क्यूरी और उनके पति ने १८९८ में पोलोनियम की महत्त्वपूर्ण खोज की। इसके कुछ ही महीने बाद उन्होंने रेडियम की खोज भी की। चिकित्सा विज्ञान और रोगों के उपचार में यह एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी खोज साबित हुई।

इसके साथ ही उन्होंने रेडियोधर्मिता का सिद्धांत ( थ्योरी ऑफ रेडियोएक्टिविटी) भी दिया था।

मैडम क्यूरी ने अपने पति पियरे की मृत्यु के बाद एक्स-रे के विकास को भी पूरा किया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने एक्सरे के लिए मोबाइल रेडियोग्राफी की खोज की थी। उनकी इस खोज को लिटिल क्यूरिस के नाम से जाना गया।

रेडिएशन के संपर्क में आने के चलते मैडम क्यूरी अपलास्टिक एनीमिया की शिकार हो गईं थी, जिसके चलते 4 जुलाई, 1934 को उनकी मौत हो गई थी।

मैडम क्यूरी ने अपने ज्यादातर कार्य बिना किसी सुरक्षा उपाय के किए थे। वो रेडियोएक्टिव आइसोटोप वाले टेस्ट ट्यूब अपनी जेब और डेस्क में रखा करती थीं। इनसे होने वाले रेडिएशन का असर ही उनकी मौत का कारण बना।

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