कभी भी हिम्मत मत हारना और न कभी हार को स्वीकार करना ~ Never Give Up ~ Motivation Hindi

 

दोस्तों जीवन में कभी भी हिम्मत मत हारना और न कभी हार को स्वीकार करना | तुम परिश्रम और कार्य करते रहो | तुम अपने रास्ते में आने वाली कठिनाइयों को देखकर निराश होकर मत बैठना | अगर यों ही निराश होकर बैठ गए तो कभी भी सफलता प्राप्त नहीं कर सकोगे |

दोस्तों कभी रोते कलपते हुए अपना जीवन और समय मत गवाओ | अगर रोते कलपते रहे तो तुम अपनी परेशानियों को दुगना कर देते हो | तुम्हें यह मानकर ही चलना पड़ेगा कि जीवन अवरोध के ताने-बाने से बुना गया है। धूप और छाँव की तरह सफलता या असफलता मिलती रहेगी | सफलता से ज्यादा खुश मत हो और असफलता से न ही घबराओ |

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हमेशा सुख सुविधाओं से भरा हुआ जीवन किसी का भी नहीं है | ज्वार-भाटों की तरह उठाने और गिराने वाली परिस्थितियाँ अपने ढंग से आती और अपनी राह चली जाती है। जो मनुष्य वट पर बैठकर इस उतार-चढ़ाव का आनन्द लेता है वही सच्चा इंसान हैं।

मेरे भाई इस बात को याद रखो, सदा दिन ही बना रहे रात कभी आये ही नहीं भला यह कैसे हो सकता है? जन्मोत्सव ही मनाये जाते रहे, मरण का रुदन सुनने को न मिले यह कैसे सम्भव हो सकता है। सुख की घड़ियाँ ही सामने रहें, दुःख के दिन कभी न आयें यह मानकर चलना सच्चाई की ओर से आंखें मूँद लेने के समान है।

साथियों वही इंसान बुद्धिमान है जो सुखद परिस्थितियों का समुचित लाभ उठाते हैं और दुःख की घड़ी आने पर उसका सामना करने के लिए आवश्यक धैर्य और साधन इकट्ठा करते रहते हैं।

संसार में आपका शोषण करने वाले बहुत से लोग होने जो तुमसे अनुचित लाभ प्राप्त करना चाहते होंगे | यह सिलसिला तो अनन्त काल से चल रहा है और चलता रहेगा | उनसे बच निकलना कठिन हो सकता है। इसलिए मेरे भाई तुम अपना शौर्य और साहस इतना विकसित कर लो कि वे तुम्हारे साथ छेड़-छाड़ करने का कोई साहस ही न कर सकें। प्रतिरोध और प्रतिकार की शक्ति बढ़ाकर ही आक्रमणकारियों से अपनी सुरक्षा हो सकती है। अगर तुम यह सोचते हो कि उनका सामना ही न करना पड़े, कुछ अनुचित अवांछनीय सामने आये ही नहीं, ऐसा सोचना कल्पना ही है। दोस्तों अवरोधों से जूझने और संघर्षों के बीच अपना रास्ता बनाने के अतिरिक्त तुम्हारे पास कोई और रास्ता है ही नहीं।

परिस्थितियां सदा तुम्हारे अनुकूल ही हो ऐसा संभव नहीं है | और तुम्हें कभी भी शारीरिक संकट का सामना न करना पड़े ये संभव नहीं है | परिवार के सरल क्रम में से कोई साथी बिछुड़ जाय और शोक संताप के आँसू बहाने पड़े यह भी कोई अनहोनी बात नहीं है। ऐसे दिन हर परिवार में आते हैं और हर व्यक्ति को कभी न कभी सहन करने पड़ते हैं।

दोस्तों यहाँ मन चाही सफलताएँ किसे मिली है। मनोकामनाओं को सदा पूरी करते रहने वाला कल्पवृक्ष किसके आँगन में उगा है? ऐसे तूफान आते ही रहते हैं जो संजोई हुई साध के घोंसले उड़ाकर कहीं से कहीं फेंक दे और एक-एक तिनका बीन कर बनाये गये उस घरौंदे का अस्तित्व ही आकाश में छितरा दें, ऐसे अवसर पर दुर्बल मनः स्थिति के लोग टूट जाते हैं।

व्यक्तियों के सभी मनोरथ और प्रयास भी सर्वदा सफल कहाँ होते हैं।

यह सब तो अपने ढंग से चलता ही रहेगा पर तुम्हें अपने भीतर से नहीं टूटना है, तुम्हें हार नहीं माननी है, तुम्हें हिम्मत नहीं हारनी है | इसी में तुम्हारा गौरव है।

दोस्तों इस बात को अपने दिल में बसा लो कि समुद्र तट पर जमी हुई चट्टानें चिरअतीत से अपने स्थान पर जमी अड़ी बैठी है। हिलोरों ने अपना टकराना बन्द नहीं किया सो ठीक है, पर यह भी कहाँ गलत है कि चट्टान ने हार नहीं मानी।

न तो तुम्हें टूटना चाहिए और न ही तुम्हें हार माननी चाहिए। नियति की चुनौती को स्वीकार करना सीखो | उससे दो-दो हाथ करना सीखो | यही मानवी गौरव को स्थिर रख सकने वाला आचरण है।


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